दरवाजे को दीवार से पटकती वो एक आंधी की तरह बाहर निकल गई। दरवाजे को दीवार से पटकती वो एक आंधी की तरह बाहर निकल गई।
मुझे ऑफिस के कोने में बैठा दिया और सर कुछ फाइलें पलटतें हुएं बाहर गए। मुझे ऑफिस के कोने में बैठा दिया और सर कुछ फाइलें पलटतें हुएं बाहर गए।
जब माँ-पिता जी को जब सब बताया फिर से उन्होंने छत पर नहीं सोने दिया और जो गलियां मिली स जब माँ-पिता जी को जब सब बताया फिर से उन्होंने छत पर नहीं सोने दिया और जो गलियां ...
और फिर एक दफा मेरी मुलाकात कॉलेज की दीवारों से हुई, कभी कभी तो लगता है जैसे जब भी कॉलेज से गुजरता ह... और फिर एक दफा मेरी मुलाकात कॉलेज की दीवारों से हुई, कभी कभी तो लगता है जैसे जब ...
I बर्दाश्त न होने के कारण उसने नशे की गोलियाँ खा लीं और बहुत दिनों बाद चैन की नींद नसीब हुई I पर क्य... I बर्दाश्त न होने के कारण उसने नशे की गोलियाँ खा लीं और बहुत दिनों बाद चैन की नी...
लड़कपन की भटकती राहों से क्या बच सकेगी नेहा ? जानने के लिए पढ़ते हैं यह कहानी...। लड़कपन की भटकती राहों से क्या बच सकेगी नेहा ? जानने के लिए पढ़ते हैं यह कहानी...।